Tuition वाला प्यार(Love) | | Hindi प्रेम कहानी || Real School life Funny love story in Hindi
नमस्कार आज की यह पोस्ट आपके लिए ख़ास होने वाली है। (Best story in Hindi) क्योकि आज की पोस्ट में जो कहानी वो न केवल कहानी है बल्कि सच्ची कहानी है। (Real life love story in Hindi) यह कहानी आपको हास्य लगेगी (Funny love story in Hindi) और रोमांटिक भी क्योकि यह कहानी है एक लड़के की है जो की १० वी कक्षा में पड़ता था। (School life love story in Hindi) और मिडिल क्लास फैमली(Family) से था। अब क्या पूरी कहानी मै ही बता दूंगा तो चलिए सुनते है यह छोटी सी कहानी (Short love story in Hindi) जिसकी कहानी उसकी जुबानी।
नोट :- इस कहानी की गोपनीयता को बनाये रखने के लिए कहानी में स्थान तथा सभी पात्रों के नाम बदल दिए गए है।
Tuition वाला प्यार(Love)
नमस्कार दोस्तों मेरा दीपक(असली पत्रा का नाम दीपक नहीं है ) है। मैं 16 साल का हूँ और आगरा का रहने वाला हु। मैं कक्षा 11 में हूँ और आज जो मैं कहानी बताने जा रहा हु वो किसी और की नहीं मेरी ही कहानी जब मैं कक्षा १० में था और पूरी क्लास में सबसे होसियार तो सपने मे भी नहीं था मैं नार्मल स्टूडेंट था।
बात तब की है जब मैं १०वीं में था और अपने बोर्ड एग्जाम की तैयारी करने के लिए कोचिंग सेंटर्स की तलाश में इधर उधार भटक रहा था। मैंने मैथ्स टूशन ज्वाइन कर लिए था बस दो सब्जेक्ट्स बचे थे वो थे केमिस्ट्री और बॉयलोगई। मेरा एक दोस्त है अविनाभ जिसने मुझे एक टीचर के बारे में बताया जो की दोनों सब्जेक्ट्स को बड़े अच्छे से पढ़ाती थी। हम दोनों ने फैशला किया की हम कल से ही उस टीचर पर टूशन जाया करेंगे।
अगले ही दिन स्कूल से लौटने के बाद मैं और मेरा दोस्त मैथ्स के टूशन गए वह से फ्री होकर अपनी नयी टीचर से टूशन लेने के लिए चल दिए। जैसे ही टूशन में पहुंचे हमें चला की आज कोचिंग में एक लड़की का बर्थडे है जिसका नाम दिया था। इसलिए वो सभी बच्चो को चॉक्लेट बाँट रही थी वो भी फाइव स्टार हमें भी एक - एक मिल गयी। मैंने मन ही मन सोचा की ये टूशन बढ़िया है यहाँ पर तो फाइव स्टार चॉक्लेट मिलती है अब तो मैं यही पडूंगा। इसी प्रकार वो दिन बीत गया।
अगले दिन जब हम कोचिंग पहुंचे तो हमने देखा की कुछ बच्चे वहां पर कुछ बातें कर रहे थे। हमने सलीम जो की हमारे ही स्कूल में पड़ता था उससे पूंछा की क्या बातें हो रही ? तो उसने हमें बताया की 3 नवंबर को मैम का जन्मदिन है तो उसी की प्लैनिंग चल रही है। हमने फिर उनसे कहा की हमें भी शामिल करलो उन्होंने कहा ठीक है, जो तुमसे बने वो दे देना हमने कहा ठीक है।
अगले ही दिन हम टूशन में पहुंचे तो हमारे एक Tutionmate वैभव ने हमसे पूंछा की तुम कुछ पैसे लाये हो मैंने कहा अरे यार मैं पैसे लाया तो था लेकिन बुक खरीद ली। उसने कहा कोई दिक्कत नहीं तू कल ले आना मैंने कहा ढीक है मैं कल पक्का ले आऊंगा। उसदिन हमारे एक टूशनमेट जिसका नाम हर्ष था वो बलून लेकर आया था उसने एक बलून मुझे दिया और कहा की इससे अदिति को देदे यह बात हमारी एक टूशन मात ने सुनली और कहने लगी अदिति, दीपक तुझे कुछ दे रहा है। फिर सब मुझे मजाक ही मजाक में मुझे चिढ़ाने लगे मैं और अदिति दोनों इस बात से शर्मा रहे थे। जैसे ही मैं उसे देखता वो शर्मा जाती पता नहीं क्यों मुझे उससे देखकर एक अलग ही सुकून महसूस हो रहा था।
अब आता है वो दिन जिस दिन हमारी मैम का जन्मदिन था उसदिन मैं अपने घर से अपने कपडे पैक करके tution को चल दिया। टूशन में पहले सही बच्चे पहुँच चुके थे और अदिति भी वहां थी और सब सजावट करने में लगे हुए थे तभी हर्ष ने मुझे और मेरे एक tutionmate को cake लेन को पैसे दिए और हम बाइक से केक लेने के लिए चल दिए फिर हम दोनों ने बाजार से केक लिया और बाकी सामान भी खरीदा फिर टूशन वापिस पहुँच गए और तैयार होने लग गए और अदिति रूम को सजाने लगी हुयी थी जब हम तैयार हो चुके थे तभी हर्ष ने हमें बताया की खाने का सामान तो अभी भी लाना रह गया है फिर हम दोनों फिरसे पार्टी के लिए खाने का सामान लेने बाजार गए जब हम सामान ले रहे थे तभी मेरे फोन पर हर्ष का कॉल आता है उसने कहा उधर से hometheater की lead ले आना पैसे वैभव से लेलिओ ( मेरा tutionmate) मैं बाद में देदूंगा मैंने कहा ठीक है।
hometheater की lead 50 रु की आयी थी और टूशन पहुंचकर हर्ष ने मुझे 100 रूपये लीड वाले लेकिन वैभव ने मुझसे मांगे नहीं और मैंने उसे दिए नहीं। पता नहीं क्यों मई अदिति को बार बार देख रहा था और जैसे ही वो मुझे देखती और हमारी आंखे मिल जाती फिर मैं और और वो शर्मा के अपने - अपने चेहरे को पलट लेते।
अब सभी पार्टी के लिए सज धज के तैयार हो चुके थे फिर हमने अपनी मैम से रूम में आने के लिए कहा और मैं और अदिति छत पर चढ़ गए फूल बरसाने के लिए , लेकिन तभी हमरी मैं ने कहा पहले मुझे तो तैयार हो जाने दो हमने मैं से कहा जब तक आप तैयार होंगी तब तक तो टूशन का टाइम ख़तम जायेगा, हमारी मैम नहीं मानी उन्होंने कहा ऐसा थोड़े ही होता है फोटो भी तो खीचने है हमने कहा ठीक है फिम हमारी मैं तैयार होकर आयी फिर हम सबने मैम से कहा की आप दुबारा से बहार जाओ और फिर अनादर आना जब तक हमारी मैम बहार पहुंची तब तक मैं और अदिति छत पर पहुँच गए फूल बरसाने के लिए जब मैं अन्दर आ रही थी और हम मैंम पर फूल बरसा रहे थे तभी मई अदिति को देख रहा था वो बहुत सुन्दर लग रही थी एक दम पारी जैसी फिर मुझसे रहा न गया और मैंने अदिति के ऊपर फूल दल दिए वो मुश्कुराकर मेरी और देखने लगी उसने कहा मेरे ऊपर तुमने फूल क्यों डाले मैंने कहा बस ऐसे ही मेरा मान किया मैंने दाल दिए फिर हम नीचे आये तब वो अपनी दोस्तों को इसके बारें में बता रही थी की मैंने उसके उप्पर फूल फेंकल दिए थे, जैसे ही वो किसी को बताती की मैंने उसके उप्पर फूल फेंके थे मेरा चहरा सरम के मरे चहरा सरम के मारे दूसरी और मूढ़ जाता फिर उसकी एक सहली ने मुझे देखकर कहा ओहो दिव्यांश ओहो मैंने कहा क्या ओहो उसने कहा फूल मई सरमा गया तभी मैंम को यह बात पता चली तो वो भी बोलने लगी ओहो दिव्यांश मैंने कहा दीदी आप भी मैंम बोली मई समझ गयी क्या बात है मैंने कहा समझ गयी आप बस ठीक, फिर हमारी दीदी यानि मैंम ने केक काटा और केक काटने के बाद फिर आपस में काके बटने का नंबर आया जब केक बात रहा था तभी मेरे एक दोस्त ने मेरे ऊपर केक लगा दिया फिर मई भी उसके पीछे केक लेकर भगा फिर हम दोनों का मुह ख़राब हो गया सभ हम पर हंस रहे थे और अदिति भी हंस रही थी दीदी ने हमसे कहा तुम पर तो बस यही करवालो।
जब केक सब में बाँट गया फिर आती है खाना खाने की सभी लोग बैठे हुए थे मौर मैं और मेरा एक दोस्त सभी लोगो को मोमोस दे रहे थे मैंने सभी को मोमोस दे दिए बस अदिति बची थी मैंने फिर अदिति को मोमोस देने के लिए जैसी ही उसके सामने प्लेट लेकर गया वो सरमा गयी और मैं भी सरमा गया तभी उसकी दोस्त बोली अरे कुछ नहीं लेले अभी तू उससे लेले फिर तुभी उसे खिला दिओ वो सरमा रही थी और मैं भी फिर उसने पने हाथो से मोमोस की प्लेट उठाई और सब खाने लगे।
पार्टी ख़त्म होने के बात हम सभी घर की और लौट रहे थे। मैं और मेरा दोस्त और अदिति और उसकी एक दोस्त हम सब साथ में ही जा रहे थे जैसे ही अदिति की दोस्त के घर का रास्ता आता है वो बोलती है अदिति को भी ले जाना अपने घर दीपक, तभी मेरा दोस्त उससे बोलता है तू जा जा अपना काम कर अब मई और मेरा दोस्त और अदिति साथ में थे अरे मुझे माफ़ करना मई बताना भूल गया एक लड़का और था हमारे साथ जिसका नाम था सलीम कुल मिलकर हम चार लोग थे, हम सभी साथ साथ ही चल रहे थे और मैं हलकी हलकी आवाज में अदिति से बोल रहा था नंबर .....नंबर .......नंबर ......और मुझे लगता है वो सायद सुन भी रही थी वो कहती है कोई मुझे बुला रहा है क्या मैंने कहा नहीं तो उसने कहा आवाज सी आ रही थी फिर मैं बोलने लगाया हलकी हलकी आवाज में नंबर.........अदिति नंबर ........फिर मैंने अपने दोस्त से कहा की तू facebook, instagram बगैर चलता है उसने कहा है और सलीम ने भी कहा है मैं भी चलता हूँ फिर मैंने अदिति से पूंछा की तू चलती है उसने कहा चलती तो हूँ मैंने कहा तेरी Instagram IDक्या है उसने कहा मैं क्यों बताऊँ हमने कहा ठीक है मत बता मैंने अपनी Instagram ID बता दी की मेरी ID तो ये है और मेरे साथ ही सलीम ने भी बता दी।
फिर हम सब अपने अपने घर आ गए, घर पहुँच कर मैं उसके मेसेज का इन्तजार करने लगा लेकिन उसका कोई मेसेज नहीं आया मई खाना खाकर सो गया और एक घंटे बाद यानी 9 बजे का Alarm लगा लिया फिर थोड़ी दे बाद जगा मोबाइल चेक किया कोई मेसेज नहीं लेकिन फिर भी मुझे ऐसा लग रहा था की कोई न कोई मेसेज जरूर आएगा मैं फिर सो गया और 10 बजे जगा लेकिन कोई मेसेज नहीं ऐसा करते करे 1 बज गया फिर मैंने देखा उसका message आया था मैंने कहा इतनी दे बाद पता है मैं कितनी देर से वेट कर रहा था फिर हम दोनों ने बहुत साडी बातें की।
दोस्त की खातिर छोड़ा प्यार ( School life love story in hindi)
अब दुसरे दिन मैं और सलीम पानी पुड़ी खा रहे थे तभी सलीम बोलता है की दीपक मेरी किसी से सेटिंग करा दे मैंने कहा किस्से नाम तो बता उसने कहा अदिति से मेरे मुह से पानी पुढी निकलने से बची लेकिन मैंने फिर भी बचा ली फ्री की पानी पुढी बेकार थोड़े ही जाने दूंगा फिर मैंने कहा तू अपना भाई है तेरे लिए जान भी हाजिर उसने कहा प्लीज यार मैं पांच सैलून से उसके पीछे हु मैंने कहा ठीक है बात कर लूँगा।
फिर tution की छुट्टी होने के बाद हम जब अदिति मेरे साथ में थी मैंने उससे पूंछा की तुम सलीम को पसंद करती हो उसने कहा नहीं मैंने कहा की वो तुम्हारे पीछे 5 सालों से है प्लीज उसे मेरे लिए एक मेसेज सेंड कर देना उसने कहा मैं नहीं कर सकती तुमने मुझे समझ क्या रखा है मुझसे बात करने की कोई जरुररत नहीं है उसके बाद वो हमसे नाराज होकर चली गयी। और उसके बाद न तो मैंने उसे मेसेज किया और ना ही उसने।
मुझे आब सलीम पर बहुत गुस्सा आ रहा था न तो उसने मेरी ही रहने दी और न ही आपनी अच्छी खासी लड़की पटी थी वो भी गयी।
दोस्तों ये थी मेरी छोटी से प्रेम कहानी जो की सुरुआत होते ही ख़तम हो गयी, आशा करता हु आपको मेरी कहानी पसंद आई होगी मेरी कहानी आपको कैसी लगी निचे comment box में हमें जरूर बताएं धन्यवाद।
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